चौथे दिन में पुलिस नहीं खोज पाई दरोगा

चौथे दिन में पुलिस नहीं खोज पाई दरोगा

मथुरा। साथी महिला दरोगा के साथ दुष्कर्म का प्रयास करने वाले दरोगा मोहित राणा का मोबाइल फोन पुलिस चौथे दिन बाद भी नहीं खोज पाई है। जबकि उसकी स्मार्ट वॉच (घड़ी) पुलिस ने पहले दिन ही खोज ली। चौथे दिन बाद भी मोबाइल न मिलना पुलिस की मंशा पर सवालिया निशान लगा रहा है। क्योंकि मोबाइल में कई ऐसे राज छिपे हैं जिसके आधार पर सीओ स्तर के अधिकारी समेत कई पुलिसकर्मी जांच के घेरे में आ सकते हैं।मगोर्रा थाने में तैनात दरोगा मोहित राणा पर थाने की ही महिला दरोगा ने 20 मार्च को दुष्कर्म की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने तत्काल आरोपी दरोगा को गिरफ्तार कर रात को जेल भेज दिया। इससे पहले पूछताछ के दौरान दरोगा मोहित राणा थाने से भागा और अपना मोबाइल तथा स्मार्ट वॉच तोड़कर फेंक दी। पुलिस ने 20 मार्च को ही घड़ी बरामद कर ली, लेकिन अभी तक उसका मोबाइल बरामद नहीं कर पाई है। मोबाइल बरामदगी न होने पर पुलिस पर अंगुली उठने लगी है। चर्चा है कि मोहित के मोबाइल में कुछ ऐसे वीडियो हैं जो कि एक सीओ समेत कई अधिकारियों के लिए मुसीबत बन सकते हैं। इसलिए पुलिस ने मोबाइल बरामद कर छिपा दिया है। ताकि सच्चाई बाहर न सके। एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने मुकदमे की विवेचना भी सीओ गोवर्धन आलोक कुमार सिंह से हटाकर सीओ मांट गुंजन सिंह को सौंपी है। सीओ मांट गुंजन सिंह ने बताया कि उन्हें जांच रात को ही मिली है। वह जल्द ही अपनी जांच शुरू कर देंगी। जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे विवेचना में शामिल किए जाएंगे।