ये कैसी मोहब्बत सास-दामाद के बाद बदायूं में 4 बच्चों को छोड़ समधी-समधन फरार, पति-बेटे ने खोले कई राज
महिला के बेटे का कहना है कि हर तीसरे दिन मम्मी समधी को मिलने के लिए बुलाती थी और घर में उसी के साथ रहती थी. हम लोगों को दूसरे कमरे में भेज दिया जाता था.

बदायूं (यूपी): संजय शर्मा
बदलते दौर के साथ मोहब्बत का मुकाम भी बदलता जा रहा है. पहले प्यार कितना खूबसूरत अहसास होता था ,
जिसे चाहो, उसे चुपके-चुपके याद करो और मुस्कुराते रहो. लेकिन आज के दौर में मोहब्बत 'लाल इश्क' से आगे बढ़कर 'फरार इश्क' हो चुकी है.
मतलब, मोहब्बत के नाम पर तमाम ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं, जिन्हें जानकर न सिर्फ आप सिर पीट लेंगे, बल्कि हर गुजरते दिन के साथ ढहती सामाजिक मर्यादाओं पर शर्मिंदा हो जाएंगे.
बीते दिनों अलीगढ़, मेरठ और बरेली से सामने आई घटनाओं के बाद अब मोहब्बत का स्टीकर चिपकाकर बदायूं में एक महिला अपनी बेटी के ससुर के साथ फरार हो गई.
घटना बदायूं के दातागंज की है. हैरानी की बात यह है कि 43 साल की महिला के चार बच्चे हैं. उसकी एक लड़की की शादी 2022 में हुई थी.
उसी बेटी के ससुर और जिला मुख्यालय के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के निवासी अपने समधी 46 साल के शैलेंद्र के साथ महिला को प्यार हो गया और उसने साथ जीवन गुजारने का फैसला कर लिया.
महिला का पति ट्रक ड्राइवर है, जो अक्सर बाहर रहता है. उसकी गैरमौजूदगी में पत्नी समधी को घर बुलाती थी. इसी बीच महिला का समधी से रिश्ता गहराता गया और दोनों ने साथ रहने का फैसला कर लिया.
पत्नी पहले भी तीन बार समधी के साथ भाग चुकी है- पति
महिला के पति सुनील कुमार का कहना है कि वो ट्रक ड्राइवर है. इस कारण घर पर कम ही रहता है. पत्नी को जब भी जरूरत होती थी, पैसे भेज दिया करता था. मेरे पीठ पीछे पत्नी समधी शैलेंद्र उर्फ विल्लू को बुलाती थी.
आरोपी रोडवेज बस का सरकारी ड्राइवर है. इस बार भी पत्नी ने समधी को बुलाया और उसके साथ फरार हो गई. पति का कहना है कि उसकी पत्नी पहले भी तीन बार समधी के साथ भाग चुकी है.
इसके बाद भी पत्नी को घर में रखा, लेकिन, उसमें कोई सुधार नहीं हुआ. इसी बीच मुझे पत्नी के फिर से फरार होने की खबर मिली.
पति ने यह भी बताया कि आरोपी समधी का भी भरा-पूरा परिवार है. इसके बावजूद वह उसकी पत्नी के साथ फरार हो गया. उसने यह भी बताया कि पुलिस के पास पहुंचा तो कोई पुख्ता जानकारी नहीं दी गई.
यहां तक कि पत्नी घर में रखा सारा जेवर और रुपये भी लेकर भाग गई, यहां तक की सिलेंडर भी नहीं छोड़ा.
वहीं इस घटना को लेकर महिला के बेटे का कहना है कि पिताजी घर पर ज्यादा नहीं रहते थे. हर तीसरे दिन मम्मी समधी को मिलने के लिए बुलाती थी और घर में उसी के साथ रहती थी.
हम लोगों को दूसरे कमरे में भेज दिया जाता था. इसी बीच मम्मी अपने समधी के साथ ऑटो में बैठकर चली गई.
महिला के पड़ोसियों ने बताया कि उसके समधी का आना-जाना लगा रहता था, लेकिन रिश्तेदार समझकर किसी ने आपत्ति नहीं जताई. वो रात को आता था और सुबह निकल जाता था. हमें तो यही लगता था रिश्तेदार है, क्या कहें.
इधर इस पूरे मामले में पुलिस का कहना है कि एक प्रार्थना पत्र के माध्यम से इसकी जानकारी मिली है. पूरे प्रकरण की जांच की जा रही है और जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.
बदायूं से पहले अलीगढ़ से भी कुछ ऐसा ही मामला सामने आया था, जहां एक महिला अपनी बेटी की शादी होने से पहले ही अपने होने वाले दामाद के साथ फरार हो गई थी.