मठ, मंदिर और देवालयों की परंपरा में हस्तक्षेप न करे सरकार

मठ, मंदिर और देवालयों की परंपरा में हस्तक्षेप न करे सरकार

मथुरा। वृंदावन में प्रस्तावित ठाकुर बांकेबिहारी कॉरिडोर के विरोध में अंतरराष्ट्रीय सेवायत परिषद भी उतर आई है। वृंदावन के बिहारीपुरा में आयोजित परिषद की बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेंद्र बल्लभ गोस्वामी ने कहा कि वृंदावन की रसोपासना और सांस्कृतिक विरासत को ब्रजवासी ही समझ सकते हैं। सरकार को मठ, मंदिर और देवालयों की परंपरा में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि वृंदावन की कुंज गलियों को सरकार नष्ट न करे। वहीं परिषद के राष्ट्रीय संयोजक हितेंद्र कुमार गोस्वामी ने कहा कि वृंदावन धाम दिव्य और चिन्मय है। यहां की परंपरा, पूजा सेवा सदियों से यहां के गोस्वामी संभालते आ रहे हैं। जहां सरकार कॉरिडोर बनाना चाह रही है वहां पुराने और प्राचीन मंदिर हैं। राधावल्लभ संप्रदाय के ही चार मंदिर, आचार्यों की समाधियां और शिव मंदिर भी इसी क्षेत्र में हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को कोई बीच का रास्ता निकालना चाहिए।

बैठक में शामिल इतिहासकार प्रहलाद बल्लभ गोस्वामी ने कहा कि सरकार वृंदावन के इतिहास, भूगोल और नागरिक शास्त्र को ही बदलना चाहती है, जो भारी अपराध होगा। सभा का संचालन मधुमंगल शुक्ला ने किया। पं. मुकेश पुरोहित, गोपेश गोस्वामी, मनमोहन गोस्वामी, पवन बिहारी गौड़, समीर शुक्ला, सोहन लाल मिश्र, गोविंद खंडेलवाल, राजू गोस्वामी, नीरज गोस्वामी आदि अन्य लोग मौजूद थे।