मथुरा में कारोबारी व्यापारी नेता की हत्या कराने वाले दो मिठाई विक्रेता सगे भाई गिरफ्तार

मथुरा में कारोबारी व्यापारी नेता की हत्या कराने वाले दो मिठाई विक्रेता सगे भाई गिरफ्तार

मथुरा। पुलिस अधीक्षक नगर डा अरविंद कुमार ने हेमेंद्र गर्ग हत्या काण्ड का खुलासा करते हुए पत्रकार वार्ता में बताया कि बीती 23 अप्रैल की रात्रि में कारोबारी नेता हेमेन्द्र गर्ग पुत्र स्व. सुरेन्द्र कुमार गर्ग निवासी निवासी गायत्री विहार कालोनी जयसिंहपुरा थाना गोविन्दनगर की हत्या दो अज्ञात वाईक सवारों ने तमंचा से गोली मारकर कर दी थी। इस दुःसाहसिक वारदात से समूचे मथुरा जनपद में सनसनी फैल गई और लखनऊ से धनाधन फोन मथुरा प्रशासन को आने लगे। नवागत एसएसपी ने पुलिस की कई टीम खुलासे के लिए उसी समय से लगा दी। सीसीटीवी फुटेज देखकर, सीडीआर व मोबाइल लोकेशन व अन्य इलेक्ट्रोनिक साक्ष्य के आधार पर पुलिस ने मास्टर माइंड योगेश यादव व राजन यादव पुत्रगण विशम्बर नाथ निवासी CP2, BSA कालेज कृष्णा विहार थाना कोतवाली को गिरफ्तार किया गया । दोनो अभियुक्त आपस मे सगे भाई है ।

पूछताछ के दौरान दोनों ने बताया कि हम लोग यादव मिठाई वाला के नाम से कारोबार करते है। दुकान का विस्तार करने के लिए वर्ष 2018 मे सतीश अग्रवाल ब्रजवासी मिठाई वाले से एक जमीन 1016 गज जमीन उत्कर्ष हास्पीटल के सामने वृन्दावन रोड पर मोक्ष धाम के बराबर मे 03 करोड 50 लाख रूपये मे खरीदी थी । पूर्व मे यह जमीन 5 से 6 लोगो के नाम थी । जब मोक्षधाम वाला रोड को चौडा किया गया था तब हेमेन्द्र गर्ग का विवाद नगर निगम वालो से हुआ था । वो लोग अवैध कब्जे को हटा रहे थे तभी हमारी मुलाकात हेमेन्द्र गर्ग से हुई थी । दिसम्बर 2024 से जब से मोक्षधाम का गेट बना तब से हेमेन्द्र गर्ग हमारी खरीदी हुई जमीन के सम्बन्ध मे सभी विभागो में जैसे वृन्दावन विकास प्रधिकरण, तहसील सदर , सिचाई विभाग, पीडब्लूडी आदि विभागों हमारे खिलाफ प्रार्थना पत्र डाल रहा था कभी गलत बिल्डिंग बनाने के सम्बन्ध में तो कभी वह रोड पर बनाने के सम्बन्ध मे प्रार्थना पत्र देता रहता था ।

हमने उक्त जमीन पर निर्माण कार्य वर्ष 2024 से ही शुरू किया था । हम वहाँ दुकाने बना रहे है । हेमेन्द्र गर्ग का झगडा-विवाद सतीश चन्द्र व राजीव अग्रवाल से था । वह अपना 50 लाख रूपया उन पर बताते थे क्योकि वह जमीन हमने खरीद ली थी इसलिये वह हमारे विरूद्ध प्रार्थना पत्र दिया करता था । कई महीनों से परेशान कर रहा था । प्लाट पर हमने चौकीदार के रूप मे राकेश जोशी पुत्र धर्मपाल जोशी निवासी मायाटीला वृन्दावन रोड का रखा हुआ था । वह वही पर चाय की दुकान करता है । हम उससे किराया नही लेते है और वह हमसे चौकीदारी का रूपया नही लेता है । हेमेन्द्र के परेशान करने के सम्बन्ध मे राकेश को भी भलीभांति पता था । राकेश से हमारी रोजाना बात होती थी । कंस्ट्रक्शन का काम तथा प्लाट पर क्या हो रहा है कितना काम हुआ, क्या सामान आया । सबका लेखाजोखा राकेश ही रखता था । हम भी उसी से पूछते थे और कभी कभी हम खुद भी प्लाट पर चले जाते थे तथा प्लाट पर कंस्ट्रक्शन के बारे मे जानकारी करते थे ।

करीब 10 से 15 दिनों से हेमेन्द्र ने हमे काफी परेशान करना शुरू कर दिया था । हमने राकेश बात की कि इसका क्या उपाय करना चाहिये । हम दोनो ने उसको डराने धमकाने के लिये राकेश से कहा जिस पर राकेश ने बताया कि मेरे सम्पर्क कुछ लडके है जो मोक्षधाम के पीछे ही रहते है । वो इसको अच्छी तरह डरा धमका देंगे इसके लिये उनका सिर्फ खाने पीने का इन्तेजाम करना होगा । खाने पीने के इन्तेजाम के लिये मैने चाय की दुकान पर ही राकेश को 10 हजार रूपये दिये थे और कहा था कि इसका इंतजाम करवाओ । राकेश ने ही हमे विनोद सैनी से मिलवाया था जो किशोरी नगर का रहने वाला है । मैने उससे मुलाकात की तथा विनोद सैनी से मैने तमंचे और कारतूस अरेंज करने के लिये कहा था जिसके लिये मैने उसको 09 हजार रूपये दिये थे ।

हमने 04 तमंचे के लिये कहा था परन्तु वो 02 ही तमंचे का इन्तेजाम कर पाया । वह तमंचे 315 बोर व कारतूस 315 बोर लेकर आया था जो हमने राकेश को दे दिये थे । फिर राकेश ने अपनी प्लानिंग के अनुसार तैयार किये लड़के जो मोक्षधाम के ही पीछे रहने वाली बस्ती के है को सेट कर ये काण्ड करा दिया। घटना वाले दिन 23 अप्रैल को हेमेन्द्र गर्ग सिचाई विभाग के कर्मचारियों के साथ दोपहर दो या ढाई बजे प्लाट पर आया था। सिचाई विभाग के कर्मचारियों के आने के सम्बन्ध मे ठेकेदार संजू का फोन आया कि हेमेन्द्र अपने साथ सिचाई विभाग के कर्मचारियों को लेकर आया है और वह प्लाट की नापतौल कर रहे है । ठेकेदार ने सिचाई विभाग के लोगो से बात करायी थी फिर मैने राकेश से बात की और कहा कि तू कब तक परेशान करवायेगा । तब उसने कहा मैंने इसका इन्तेजाम कर दिया है जल्दी ही छुटकारा मिल जायेगा । राकेश ने रात्रि मे ही मुझे मिस्डकॉल दिया था पर मैने उठाया नही था । जब रात्रि मे पुलिस हमारे घर पहुंची थी तब मुझे पता चला था कि हेमेन्द्र की मोक्षधाम पर गोली मारकर हत्या कर दी गयी है ।