10 को निकलेंगी मुड़िया शोभायात्रा, मुड़िया संतों ने कराया मुंडन

मथुरा। गोवर्धन में आषाढ़ मास की पूर्णमासी को अलग-अलग निकाली जाने वाली दो मुड़िया पूर्णिमा शोभायात्राओं की तैयारियां जोरों से चल रही हैं। 469 वर्ष पूर्व पूज्य पाद सनातन गोस्वामी जी के देह त्यागने के बाद उनके शिष्यों व ब्रजवासियों ने सिर मुंडन कराया था। इसके बाद उनकी याद में गिरिराज जी की परिक्रमा कर हरिनाम कीर्तन करते हुए शोभायात्रा निकाली थी। आज उसी परंपरा का अनुसरण गौड़ीय वैष्णव सम्प्रदाय के साधु-संत करते हैं। गोवर्धन में 10 जुलाई को सुबह व शाम दो मुड़िया शोभायात्रा निकाली जाएंगी। शाम की बेला में चकलेश्वर के महाप्रभु जी मंदिर से निकाली जाने वाली मुड़िया शोभायात्रा महोत्सव का शुभारंभ आज 8 जुलाई को शाम 7 बजे से मंगल घट स्थापना एवं अधिवास कीर्तन के साथ होगा। 9 जुलाई को अखंडनाम कीर्तन होगा। प्राचीन परंपरा में अधिवास कीर्तन में श्रीपाद रघुनाथ दास गोस्वामी गद्दी राधाकुंड-श्यामकुंड की कीर्तन मंडली शामिल होती है। मुड़िया संत गोपाल दास महाराज के निर्देशन में साधु-संतों ने सिर का मुंडन कराया। मुड़िया संत गोपाल दास ने बताया कि 10 जुलाई को शाम 5 बजे श्रीपाद सनातन गोस्वामी के डोले के साथ मुड़िया शोभायात्रा झांझ, मजीरे, ढप-ढोलक की धुन पर हरिनाम कीर्तन व सनातन गोस्वामी जी की महिमा का गान करते हुए निकाली जाएगी। 10 जुलाई को सुबह की बेला में श्रीराधा-श्याम सुंदर मंदिर से महंत राम कृष्ण दास महाराज के निर्देशन में सुबह 9 बजे से शोभायात्रा निकाली जाएगी।