मुर्दों के काम में भी भ्रष्टाचार की दीमक, श्मशान घाट के लिए आया पैसा, डकार गए ग्राम प्रधान और सचिव

मुर्दों के काम में भी भ्रष्टाचार की दीमक, श्मशान घाट के लिए आया पैसा, डकार गए ग्राम प्रधान और सचिव

मथुरा में कोई ना कोई घोटाला आए दिन सामने आता रहता है। मथुरा से करीब 20 किलोमीटर दूर स्थित अडिंग गांव में एक ऐसा घोटाला सामने आया है, जिसे सुनकर आप भी आश्चर्य में पड़ जाएंगे। श्मशान घाट के लिए आए 10 लाख रुपए अडिंग के ग्राम प्रधान और पूर्व ग्राम सचिव डकार गए। कार्य होने से पूर्व ही लाखों रुपए निकाल कर बंदर वाट कर लिया गया। जब स्थानीय लोगों को पता चला तो गुस्सा भड़क गया। ग्राम प्रधान और सचिव पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। ग्राउंड रिपोर्ट के जरिए समझिए भ्रष्टाचार किस तरह से हुआ। भ्रष्टाचार एक ऐसी दीमक है, जो धीरे-धीरे गांव, शहर ही नहीं बल्कि राज्य और भारत के प्रत्येक राज्य में सरकारी दफ्तरों में या जनप्रतिनिधियों के कार्यालय में आपको देखने को मिलेगी। सरकार लोगों के विकास के लिए करोड़ों रुपए हर वर्ष देती है, लेकिन धरातल पर विकास के नाम पर सिर्फ कागजी कार्रवाई कर मोटी धनराशि ऐंठ ली जाती है। जनता से विकास के नाम पर छलावा किया जाता है और भ्रष्टाचारी मलाई मार कर मस्त रहते हैं। जनता त्रस्त रहती है। अधिकारी हो या नेता सब लोग अपनी-अपनी धपली लेकर अपना अपना राग अलापते हुए नजर आते हैं। कोई अधिकारी नेता शौचालय का तो कोई सड़क का फंड चट कर जाता है। मगर, मथुरा का एक ऐसा मामला सामने आया है जो श्मशान घाट के निर्माण के लिए आए पैसे को ही डकार गए।