इमामगंज में बीपीएम की मनमानी पर फूटा गुस्सा- जीविका दीदियों ने किया उग्र धरना प्रदर्शन, सीएम सिंपी कुमारी ने लगाए घूसखोरी व साजिश के आरोप।

इमामगंज में बीपीएम की मनमानी पर फूटा गुस्सा- जीविका दीदियों ने किया उग्र धरना प्रदर्शन, सीएम सिंपी कुमारी ने लगाए घूसखोरी व साजिश के आरोप।
बिहार - गया जी - स्टेट ब्युरो चीफ
इमामगंज। प्रखंड के ब्लॉक रोड स्थित जीविका कार्यालय के बाहर मंगलवार को दर्जनों जीविका दीदियों ने बीपीएम धर्मेंद्र कुमार के खिलाफ जोरदार धरना-प्रदर्शन किया। गुस्साई दीदियों ने आरोप लगाया कि बीपीएम लगातार भ्रष्टाचार और मनमानी कर रहे हैं।
प्रदर्शन की सूचना मिलते ही बीपीएम मौके से भाग निकले। वहीं धरना का नेतृत्व कर रही जीविका की सीएम सिंपी कुमारी ने कहा कि मैं ग्राम पंचायत छकरबंधा के किशुनीचक गांव की रहने वाली हूं। बरसों से सीएम पद पर कार्यरत हूं।
लेकिन बीपीएम ने मुझे बिना कोई कारण बताए पद से हटा दिया और पिछले दो साल से मेरा पेमेंट भी रोक दिया है। मेरे चार समूह चल रहे हैं जिनमें दर्जनों महिलाएं शामिल हैं, लेकिन बीपीएम मुझे फॉर्म तक भरने नहीं देते। सवाल करने पर वे हमेशा चुप्पी साध लेते हैं।
वहीं उन्होंने आगे कहा कि मगध सीएलएफ की अध्यक्ष लीला देवी, सचिव सुशीला कुमारी और कोषाध्यक्ष सुमन देवी की मिलीभगत से मुझे हटाया गया। जबकि इन्हें किसी सीएम को हटाने का अधिकार ही नहीं है। सब कुछ रुपए लेकर षड्यंत्र रचकर किया गया। हमारी मांग है कि मुझे तुरंत पद पर बहाल किया जाए। यदि न्याय नहीं मिला तो आंदोलन और उग्र होगा, हम लोग गया डीएम आवास तक घेराव करेंगे।
वहीं गुस्साई जीविका दीदियों ने यह भी बताया कि इस मामले को लेकर हम प्रखंड बीडीओ से लेकर जिलाधिकारी तक बार-बार आवेदन दे चुके हैं। लेकिन आज तक किसी स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। यह प्रशासनिक लापरवाही और बीपीएम की हेकड़ी का नतीजा है।
अगर सरकार ने संज्ञान नहीं लिया तो यह आंदोलन जिले से निकलकर पूरे बिहार में गूंजेगा।
वहीं, दूसरी ओर बीपीएम धर्मेंद्र कुमार ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को नकारते हुए कहा कि सिंपी कुमारी का कार्य व्यवहार संतोषजनक नहीं था और कई गंभीर मामले सामने आए थे, जिसके कारण उन्हें हटाया गया। मुख्यमंत्री योजना के फॉर्म सिर्फ किसी एक को नहीं, बल्कि सभी पात्र महिलाओं को भरवाए जाएंगे।