वृन्दावन में बाढ़ से हालात बेकाबू, प्रशासन मुस्तैद।

वृन्दावन में बाढ़ से हालात बेकाबू, प्रशासन मुस्तैद।
कीमती सामान चोरी होने के डर से कुछ लोग डूबे मकानों में रहने पर मजबूर।
पहाड़ी क्षेत्रों में भारी बारिश होने से यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, मथुरा वृंदावन में यमुना से सटी दर्जनों कॉलोनियों में पानी भर गया है।
वहीं प्रशासन की ओर से यमुना जलस्तर को लेकर हाई अलर्ट जारी किया है,
जिसे लेकर जिलाअधिकारी समेत आला अधिकारी लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्र की निगरानी कर रहे हैं ।
यमुना अपनें रौद्र रुप में है ,यमुना से सटे करीब दो दर्जन से अधिक गांव बाढ़ से प्रभावित है।
मथुरा वृंदावन यमुना खादर का भी यही हाल है,
जहां दर्जनों कॉलोनियों में पानी पानी हैं । कई कॉलोनियों में धीरे धीरे पानी घुस रहा है।
बताया जा रहा हैं हथिनी कुंड बैराज से 3 लाख 29 हजार क्यूसेक छोड़े गए पानी की वजह से यमुना में बाढ़ से हालात बेकाबू होते नजर आ रहे हैं।
पिछले तीन दिनों से यमुना का जलस्तर लगातार खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है।जिसके बाद से प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है।
वृंदावन में यमुना के लोगों ने नींद उड़ा रखी है, यमुना के बढ़ते कदमों से लोग चिंतित हैं।
वहीं कई घाटों को सुरक्षा की दृष्टि से बंद कर दिया है और वहां पुलिस बल तैनात कर दिया है, ताकि कोई हादसा न हो।
वृंदावन की परिक्रमा मार्ग में जगन्नाथ घाट, कालीदह मार्ग और निकुंजवन के समीप सड़कों पर तीन से चार फुट तक पानी बह रहा है।
तो वहीं जनपद का एकमात्र पर्यटन थाना जोकि वृन्दावन की परिक्रमा मार्ग में बना हुआ है उसके अंदर भी यमुना का पानी भर गया है।
वहीं आप तस्वीरों में साफ देख सकते है कि वृंदावन के खादर में लोगों ने डूबे हुए मकानों की छत पर तिरपाल तानकर अपना आशियाना बना लिया है,
मकानों में रह रहे लोगो ने बताया कि उनके घर में कीमती सामान रखा हुआ है जिसको छोड़कर वह नहीं जा सकते हैं,
उन्हें अपना कीमती सामान चोरी होने का डर है जिसकी वजह से वह अपने डूबे मकानों में रहने को मजबूर है।