सीओ सिटी पर जांच आते ही एफआईआर हुई दर्ज, महीनों से दबा था मामला

सीओ सिटी पर जांच आते ही एफआईआर हुई दर्ज, महीनों से दबा था मामला

मथुरा। वृंदावन के गोशाला नगर में मकान लेकर वृंदावनवास कर रही महिला का अपहरण कर उसे गायब करने के बाद फर्जी वसीयत के आधार पर सात लोगों को लाखों रुपये में बेच डालने के गंभीर मामला पुलिस ने दस माह से दबाए रखा। मुख्यमंत्री के करीबी महंत की शिकायत को पांच माह से दबाकर बैठे सीओ सदर से इस मामले में जांच जैसे ही सीओ सिटी को मिली तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए और महंत की तहरीर देने के पांच माह बाद आठ आरोपियों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज हो सकी। प्रदेश के मुख्यमंत्री के करीबी महंत फूलडोल बिहारी दास महाराज ने बताया कि उनकी शिष्या चंद्रमुखी देवी उर्फ चित्रा दासी पत्नी जयदेव झा नगर के गौशाला नगर में स्थित अपने मकान में अकेली रहकर भक्ति करती थीं। नामजद लोगों ने मिलकर महिला का अपहरण कर उसे दस माह 21 दिसंबर 2024 को गायब कर दिया। महिला के भतीजे सत्यप्रकाश की ओर से गुमशुदगी दर्ज की गई। पुलिस ने महिला को तलाश करने का प्रयास नहीं किया। इसके बाद महंत फूलडोल बिहारी दास महाराज और उनके शिष्य महंत लाड़ली दास को महिला के पड़ौसियों से कुछ चौकाने वाले जानकारी मिली कि महिला का अपहरण कर उसे गायब कर दिया गया। एसएसपी श्लोक कुमार ने मामले की जांच सीओ सदर संदीप सिंह को दी, लेकिन सीओ सदर ने इस गंभीर मामले को पांच माह तक दबाए रखा। जांच आगे न बढ़ने से नाराज महंत ने एसएसपी से इस मामले की जांच सीओ सदर से हटाकर किसी ईमानदार पुलिस अधिकारी से कराने का आग्रह किया। एसएसपी ने सीओ सिटी आशना चौधरी को जांच सौंपी। जांच अधिकारी ने कुछ ही दिनों में इस गंभीर मामले की पर्त दर पर्त खोली। तो पता चला कि महिला का अपहरण कर हत्या कर दी। इस मामले में महंत की तहरीर देने के पांच माह बाद मुख्य आरोपी वृंदावन निवासी अभिषेक, राहुल, सतेंद्र, शर्मा, शिवदत्त शर्मा, संतोष पुरोहित, विजय सिंह, ओंकार सिसौदिया, मोहम्मद आरिफ के विरूद्ध एफआईआर दर्ज हो सकी। एसएसपी श्लोक कुमार ने बताया कि महिला चंद्रमुखी देवी का अपहरण कर हत्या के मामले में महंत की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। जांच की जा रही है। इस मामले की जांच में जो विलंब हुआ है, उस मामले में भी जांच कर कार्रवाई की जाएगी।