वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में दर्शन का समय बढ़ा, वीआईपी पर्ची पर रोक लगाने के आदेश

वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में दर्शन का समय बढ़ा, वीआईपी पर्ची पर रोक लगाने के आदेश

मथुरा। वृंदावन में ठाकुर बांके बिहारी महाराज मंदिर के प्रबंधन के लिए गठित हाईपावर्ड मैनेजमेंट कमेटी ने भीड़ नियंत्रण के उद्देश्य से दर्शनों के समय में बढ़ोत्तरी कर वीआईपी पर्ची से दर्शन पर रोक लगा दी है। शुक्रवार को कमेटी के सदस्य जिलाधिकारी ने कार्यालय आदेश भी जारी कर दिया और तत्काल प्रभाव से इसे लागू कराने के निर्देश दिए। सर्वोच्च न्यायालय द्वारा उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश अशोक कुमार की अध्यक्षता में मंदिर के प्रबंधन के लिए ठाकुर श्रीबांके बिहारीजी मंदिर हाई पावर्ड मैनेजमेंट कमेटी बनाई थी। कमेटी अध्यक्ष ने 11 सितम्बर को कमेटी के सदस्यों के साथ बैठक की, जिसमें वीआईपी पर्चियों से दर्शन की व्यवस्था बन्द करने और दर्शन का समय बढ़ाये जाने पर विचार विमर्श किया गया। मंदिर में वीआईपी पर्ची से दर्शन व्यवस्था पर रोक लगा दी गई है। दर्शन का समय बढ़ाने पर काम चल रहा है। बैठक के बाद 19 सितम्बर को कमेटी के सदस्य जिलाधिकारी सीपी सिंह ने कार्यालय आदेश जारी किया, जिसमें ग्रीष्मकालीन दर्शन समय (होली की दौज से) प्रातः काल 07:00 बजे से 07:15 बजे तक शृंगार आरती, 07:15 बजे से 12:30 बजे तक दर्शन तथा राजभोग आरती के उपरांत पट बंद, सायंकाल 04:15 बजे से 09: 30 तक दर्शन, शयन आरती के बाद पट बंद, शीतकालीन दर्शन समय (दीपावली की दौज से) प्रातः काल 08:00 बजे से 08.15 बजे तक शृंगार आरती, 01:30 बजे तक दर्शन तथा राजभोग आरती के उपरांत पट बन्द, सायं काल 04:00 बजे से 09:00 बजे तक दर्शन, शयन आरती के बाद पट बंद होंगे। प्रबंधक मुनीश शर्मा ने बताया कि हाईपावर्ड कमेटी सदस्य का पत्र मिला है, उसे मंदिर के नोटिस बोर्ड पर चस्पा कर दिया है। ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में होली की दौज से प्रातः कालीन दर्शन 7.45 बजे से दोपहर 12 बजे तक और सायंकालीन दर्शन 5.30 बजे से रात्रि 9.30 बजे तक था। दीपावली की दौज से प्रातः कालीन दर्शन 8.45 बजे से एक बजे तक और सायंकालीन दर्शन 4.30 बजे से 8.30 बजे तक था।

वृंदावन श्री बांके बिहारी जी मंदिर हाईपावर्ड मैनेजमेंट कमेटी के जिलाधिकारी/सदस्य सचिव, सीपी सिंह ने कहा कि हाईपावर्ड मैनेजमेंट कमेटी की बैठक में सर्वसम्मति से श्रद्धालुओं की सुविधार्थ दर्शनों का समय बढ़ाने और वीआईपी पर्ची से दर्शन पर रोक का निर्णय लिया था, जिसके आदेश लागू कर दिए गए हैं।